अनिल देशमुख आरोप
अनिल देशमुख को ईडी ने पिछले साल दिवाली के समय पर गिरफ्तार किया था। तबसे लेकर अभी तक देशमुख जेल में कैद हैं। परमबीर सिंह के संगीन आरोपों के बाद उन्हें अपनी कुर्सी से इस्तीफ़ा देना पड़ा था। देशमुख पर बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वझे के जरिये वसूली करवाने का आरोप लगा था। यह भी आरोप है कि उन्होंने फर्जी कंपनियों के जरिये अपने ट्रस्ट में फंड ट्रांसफर करवाया था।
नवाब मलिक को भी इजाजत
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक को विशेष पीएमएलए कोर्ट ने भले ही जमानत नहीं दी। लेकिन उन्हें निजी अस्पताल में इलाज करवाने की इजाजत जरूर मिल गई है। इलाज के दौरान उनके साथ उनकी एक बेटी भी रह सकती हैं। नवाब मलिक की मेडिकल बेल एप्लीकेशन को अदालत ने नामंजूर कर दिया है। नवाब मलिक कुर्ला स्थित क्रिटी केयर अस्पताल में इलाज करवाएंगे। इस दौरान अस्पताल के बाहर पुलिस बंदोबस्त भी तैनात किया जाएगा। पुलिस बंदोबस्त में होने वाले खर्च की भरपाई नवाब मलिक से करवाई जाएगी।
मलिक की गिरफ़्तारी
नवाब मलिक को प्रवर्तन निदेशालय ने बीते फरवरी महीने में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद अदालत ने उन्हें ईडी की कस्टडी में भेजा था। नवाब मलिक पर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गों से संबंध रखने और टेरर फंडिंग का आरोप लगाया गया था। इस मामले में मलिक के परिजनों से भी ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ की थी। ईडी की जांच के दौरान नवाब मलिक और उनके अंडरवर्ल्ड कनेक्शन की जानकारी भी सामने आई थी। अदालत में अपनी जिरह के दौरान ईडी के वकील ने कहा था कि नवाब मलिक की हिरासत मिलना बहुत जरूरी है। जिसके बाद ही उनके अंडरवर्ल्ड संबंधों का खुलासा हो सकेगा।